हमीदिया गर्ल्स डिग्री कॉलेज में आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्राचार्या प्रोफ़ेसर यूसुफा नफीस के सूचनानुसार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन महाविद्यालय परिसर में 5:30 से 8:00 बजे तक माननीय शिक्षा मंत्री एवं माननीया कुलपति इलाहाबाद विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत असेंबली से हुई जिसमें प्राचार्या ने योग के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डाला, उन्होंने बताया कि वर्ष का सबसे लंबा दिन होने की वजह से ही आज का दिन विश्व योग दिवस के लिए चुना गया है। कार्यक्रम के दूसरे चरण में देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का मैसूर में आयोजित योग दिवस पर प्रसारण कॉलेज के शिक्षक कर्मचारी और छात्राओं ने परिसर में देखा। महाविद्यालय में कॉमन योग प्रोटोकॉल के अंतर्गत योगाभ्यास भी किया गया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
इसके अतिरिक्त महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना शाखा एवं समाजशास्त्र विभाग की संयुक्त तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम “मानवता के लिए योग” पर वेबीनार आयोजित किया गया। जिसमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक डॉ राजेश गर्ग जी ने योग पर अपने विचार रखते हुए कहा कि योग मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित करने का साधन है। योग केवल व्यायाम नहीं बल्कि शरीर, मन की सिद्धि है। योग शरीर का नहीं, जीवन का भी व्यायाम है। योग से उपचार करें, दवाओं से बचें यदि हम अपने जीवन में प्रारंभ से ही योग को अपनाते हैं तो बहुत सारी बीमारियां जैसे ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, एंक्ज़ायटी आदि होने ही नहीं पाती हैं। श्रीमती रेखा घोष, महिला केंद्र प्रमुख आज़ाद पार्क भारतीय योग संस्थान नई दिल्ली, ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार रखे उन्होंने योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने पर बल दिया और कहा कि योग शरीर के साथ मन और आत्मा को भी स्वस्थ करता है। मानसिक, शारीरिक, बौद्धिक विकास में सहायक है। रक्त का सही तरह से संचार, सांस लेने एवं सांस छोड़ने की विशेष प्रकार की तकनीक से सकारात्मक विचार सहनशक्ति में सुधार होता है। उन्होंने विभिन्न प्रकार के योगासन के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम अधिकारी डॉ इरम फरीद उस्मानी ने कहा की स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है। जब हम स्वस्थ होंगे तभी हम सक्षम होंगे। योग करें, निरोग रहे। कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती शरमीन फात्मा ने कहा की योग मनुष्य को स्वस्थ बनाता है, और स्वस्थ मनुष्य स्वस्थ समाज का निर्माण करता है। योग हमारे जीवन के सभी पहलुओं को प्रभावित करता है। प्राचार्या प्रोफेसर युसुफा नफीस ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ इरम फरीद मानी ने किया धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती शरमीन फातमा ने किया। कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती हिना फरहीन, डॉ नुजहत फातिमा, डॉ शबाना अज़ीज़ समेत अन्य सभी शिक्षक एवं छात्राएं ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों मोड में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।