हमीदिया गर्ल्स डिग्री कॉलेज प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के उर्दू विभाग और इंटरनेशनल यंग उर्दू स्कॉलर एसोसिएशन (आयूसा) उत्तर प्रदेश शाखा के तत्वावधान से बज़्म-ए- अदब के अंतर्गत ऑनलाइन साप्ताहिक(10.11.2020 से 16.11.2020 तक) कार्यक्रम नवा-ए-उर्दू का उद्घाटन दिनांक 10.11.2020 को प्रातः 10:00 बजे हुआ ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ तक़ी आब्दी, प्रसिद्ध लेखक एवं आलोचक ,कनाडा ने अपने व्याख्यान में वर्तमान समय में इकबाल के कलाम की प्रसंगिकता को बताया। उर्दू और फारसी दोनों भाषाओं में शायरी करने वाले इकबाल हमारे लिए मार्गदर्शक हैं। एक अच्छे व्यक्तित्व और समाज के निर्माण के लिए इक़बाल ने लोगों को आत्मनिरीक्षण करने की बात कही और दूसरे भी आपके बारे में क्या सोचते हैं ,इसे भी गंभीरता से लेने की बात कही ,जिससे व्यक्तित्व में सुधार की गुंजाइश बनी रहे। इकबाल ने महिलाओं की शिक्षा पर भी जोर दिया है। शिक्षित महिला पूरे परिवार को शिक्षित करती है। विशेष
अतिथि मोहम्मद काज़िम एसोसिएट प्रोफेसर, उर्दू विभाग, दिल्ली यूनिवर्सिटी ,दिल्ली ने कहा कि इक़बाल का इलाहाबाद से विशेष जुड़ाव रहा है। वह मानवता की बात करते हैं। वर्तमान समय में व्यक्तिवादिता बढ़ती जा रही है, सामाजिक पुनर्निर्माण के लिए इक़बाल की शायरी महत्वपूर्ण है। इक़बाल ने कहा है आने वाली नस्लों की तरबियत मे इंसानियत को बढ़ाना बहुत जरूरी है। शिक्षा एवं टेक्नोलॉजी का सकारात्मक प्रयोग करने पर बल दिया है ,और कहा है कि सच्ची शिक्षा वही है, जो समाज के काम आए। छात्राओं की शिक्षा एवं व्यक्तित्व निर्माण में उन्होंने हमीदिया डिग्री कॉलेज और आयूसा के प्रयासों की प्रशंसा की।
कॉलेज की प्राचार्या डॉ यूसुफा नफीस ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रबंधक श्रीमती तज़ीन एहसानुल्लाह ने कार्यक्रम की सफलता के लिए आशीष दिया। कार्यक्रम का संचालन उर्दू विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर, श्रीमती नासेहा उस्मानी ने किया और श्रीमती जरीना बेगम, एसोसिएट प्रोफेसर, उर्दू विभाग ने देश और विदेश से जुड़े श्रोताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।